“शिशु-शशि की जोड़ी ने किया कमाल, रिकॉर्ड मतों से दर्ज की ऐतिहासिक जीत!”
धरमजयगढ़ में नगर पंचायत चुनाव के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी भाजपा को बड़ी सफलता मिली है। 25 जनपद सदस्य वाली पंचायत में भाजपा ने 13 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि डीडीसी की 4 सीटों में से 3 पर भाजपा और 1 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की।
इस चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा में जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 11 रहा, जहां भाजपा ने शिशुपाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन इस चुनाव में जीत सिर्फ शिशुपाल की नहीं, बल्कि “शिशु-शशि” की जोड़ी की रही।
दोस्ती की मिसाल बनी “शिशु-शशि” की जोड़ी
फ़िल्म शोले में “जय-वीरू” की जोड़ी को आपने देखा होगा, ठीक वैसे ही इस चुनाव में “शिशु-शशि” की जोड़ी चर्चा का विषय बनी रही। प्रत्याशी तो शिशुपाल थे, लेकिन पूरा चुनाव शिशु-शशि के नाम पर लड़ा गया। मतदाता आखिरी समय तक यह समझ ही नहीं पाए कि असली प्रत्याशी कौन है – शिशु या शशि?
भारी मतों से ऐतिहासिक जीत

जनता ने इस अनोखी जोड़ी को खूब पसंद किया और भारी मतों से जीत दिलाई। जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 11 सामान्य सीट होने के कारण यहां कई प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन शिशु-शशि की जोड़ी के सामने सब बौने साबित हुए।
इस अनोखी रणनीति और दोस्ती की मिसाल ने भाजपा को शानदार जीत दिलाई, जो लंबे समय तक याद रखी जाएगी।
नगर पंचायत और पंचायत चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत, बंग समाज ने फिर दिखाया समर्थन!”
नगर पंचायत चुनाव में भाजपा ने बंग समाज से अध्यक्ष प्रत्याशी उतारा था, जिसे समाज ने पूरी एकता के साथ समर्थन दिया। भाजपा प्रत्याशी अनिल सरकार ने 2,471 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी राजीव अग्रवाल को हराकर जीत दर्ज की।
बंग समाज का भाजपा को फिर समर्थन
नगर पंचायत चुनाव के बाद पंचायत चुनाव में भी बंग समाज ने भाजपा का समर्थन जारी रखा। जनपद पंचायत चुनाव में भाजपा समर्पित प्रत्याशी “शिशु-शशि” की जोड़ी को बंग समाज ने भारी मतों से विजय बनाया।
बंग बहुल क्षेत्र में ऐतिहासिक जीत
बंग बाहुल्य क्षेत्र में जनपद पंचायत सदस्य पद के लिए भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने 2,588 मतों के अंतर से शानदार जीत हासिल की। क्षेत्र क्रमांक 11 में कुल 5 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें से 4 प्रत्याशी बंग समाज से थे, बावजूद इसके समाज ने भाजपा को प्राथमिकता दी और अपने समाज के किसी अन्य प्रत्याशी को वोट नहीं दिया।
भाजपा के प्रति समाज का विश्वास
बंग समाज का यह निर्णय भाजपा के प्रति उनके अटूट समर्थन को दर्शाता है। लगातार दो चुनावों में भाजपा के पक्ष में मतदान कर बंग समाज ने यह संदेश दिया है कि वे पार्टी की नीति और विकास कार्यों में विश्वास रखते हैं।
